Kankali Talab Raipur को गंगा घाट की तरह सजाया गया, श्री राम, हनुमान जी, शिव जी के पेंटिंग बनाई गई ajay_arts_chhattisgarh द्वारा Chhattisgarh में राम के भक्त सारे जिलों में मिल जायेंगे. Banaras Ganga घाट की तरह रूप दी जा रही है।
श्री राम मंदिर उद्घाटन को लेकर सारा राज्य उत्सव बना रहा है, Chhattisgarh के Kankali Talab Raipur में भी चित्र कला को आप देख, हम आपको चित्र कलाकार का instagram Account शेयर करेंगे
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Kankali Talab Raipur | ajay_arts_chhattisgarh
Kankali Talab Raipur Design video
Kankali Talab Raipur रहस्य
प्रणाम दोस्तों जय जोहार जय छत्तीसगढ़ , बताया जाता है की ये तालाब जो है ना ये लोग साधु जो थे एक कंकाली बाबा उनके द्वारा खुदवाया गया था और यह मंदिर का निर्माण किया था मां काली जी हैं विराजे हैं साल में एक बार एक खुलना है कंकाली मठ भी बोला जाता है इनको और मां काली का मूर्ति लाकर के यहां विराजमान किया गया था और इस तरह की खूबी यह है की कभी भी सूखता नहीं है इनको कई बार प्रयास किया गया सुख करके पानी निकाल कर के तालाब को साफ किया जाए लेकिन कभी भी यह तालाब सूखता नहीं है चले मंदिर लेकर चलेंगे और भी बहुत साड़ी मान्यताएं हैं और इस साल आपकी खूबी है की यहां आप जो भी जैसे जिनको खुजली का बीमारी राहत है थोड़ा फुंसी यहां नहाने से समाप्त हो जाता खुजली जितना बीमारी है वो खत्म हो जाता है और देखिए आप काफी लोग यहां पास हैं और उधर काफी भीड़ भी आपको दिखे रहा होगा उधर स्नान कर रहे हैं और भी मैं आगे आपको इस मंदिर के बड़े में बताऊंगा जरूर आना चाहिए लीजिए मैं जा रहा हूं नहाने देखते हैं प्रैक्टिकल करना चाहिए मैं राजगीर में नहाया था गया बिहार राजगीर में और वहां भी बड़ा पंच वास्तव में था मैं बाबा धाम गया था उसमें काफी अच्छा राहत और प्रोफेसर मेरा बैंड भी हो गया था जो है नहीं लेकिन फिर भी चलिए चलते हैं देखते हैं हमारी मान्यता है हमारे सनातन धर्म और बहुत साड़ी चीज हैं चलिए नहाते हैं चलिए मैं तो नहा लिया लेकिन वास्तव में अंदर में बहुत ज्यादा गंदगी है कचरा वगैरा है पास वगैरा है अब प्लास्टिक है बहुत सारे समाज हैं और मिट्टी भी बहुत ज्यादा है तो मुझे यकीन है इनको साफ करने का प्रयास किया गया होगा लेकिन बताया गया की पानी साहब होता ही नहीं है पूरा पानी नहीं निकाल पता यहां से इसलिए से सफाई नहीं हो पी तो एक तो ये मेरे को हकीकत लगा वास्तव बहुत ज्यादा इसमें अंदर में गंदगी है और साफ करना प्रयास किया हुआ लेकिन यहां मान्यता है की पानी कभी खत्म होता ही नहीं है चलिए ये देखिए छोटे-छोटे प्यार बच्चे भी ट्यूब में यहां पर नहाना सिख रहे हैं इतना आनंद ग रहा है इसको देख करके बचपन याद ए जाता है की हम लोग वैसे तैरने का प्रयास करते थे और ट्यूब लाकर करते थे चलिए मैं का दर्शन करते हैं आगे अभी श्वेता अपने आए हैं शिवरात्रि है चलिए मां का मंदिर में पहुंचे हैं लेकिन मैं आपको बता डन की यहां मां नहीं है लेकिन पट नहीं खुलना है एक और जगह वहां पड़ती है यह मान्यता है की आप जो भी मां से दिल से अगर माता के सामने अपनी बात रखते हैं तो माता जरूर पूरा करती हैं ऐसे मान्यता है।