
दुर्ग। साइबर हमले में छत्तीसगढ़ के जिलों की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने कर्नाटक बैंक और फेडरल बैंक के 216 पासपोर्ट को सीज कर दिया है। इन दस्तावेजों में 2 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम खतरे में है। इन दस्तावेजों को सीज करने का आदेश केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक जनवरी को दुर्ग एसपी जारी किया था।
प्रामाणिक, मोहन नगर थाने के स्टेशन रोड में स्थित कर्नाटक बैंक की शाखा में 111 पासपोर्ट को संचालित और सीज किया गया है। पुलिस ने इन दस्तावेजों में 86.33 लाख रुपये का घोटाला दर्ज किया है। इसके साथ ही सुपेला थाना पुलिस ने नेशनल बैंक के 105 पंजीकरण में 1 करोड़ 2 लाख 34 हजार रुपये के असली करोड़पति को दर्ज किया है। मोहन नगर पुलिस और सुपेला पुलिस सभी चित्रों की जांच कर रही है।
एडिशनल ऑर्डर एसपी अभिषेक झा दुर्ग ने बताया कि यह मामला गृह मंत्रालय में दर्ज किया गया है। कर्नाटक साइबर बैंक ने देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग फ्राड के करीब 111 बैंक खाते खोले हैं। इसके साथ ही इस मामले की जांच भारत सरकार गृह मंत्रालय के पोर्टल बैंक के माध्यम से भी की जा रही है।
साइबर प्रभारी ने बताया कि पिछले दिनों विभिन्न राज्यों में कई उद्यमों का निजीकरण हुआ है। एक जनवरी को दुर्ग एसपी के पास मेल आया कि इस मामले की जांच कर जानकारी दी जाए। देश के कई राज्यों में साइबर बढ़ी शेयरों का पैसा जैसे ही दुर्ग में संचालित बैंकों के शेयरों में आया तो गृह मंत्रालय भारत सरकार से इसकी जांच शुरू हो गई है।
इसके बाद मोहन नगर पुलिस पर दुर्ग एसपी के आदेश पर धारा 317(2), 317(4), 318(4), 61(2) (ए) के तहत अपराध दर्ज किया गया। पुलिस मामले की जांच के दौरान सभी 111 संबंधित खाताधारकों को उनके मूल दस्तावेज के साथ उपसस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं।