गरीबी ऐसा चीज है जिसे कोई देखने नहीं चाहता |Top 5 poorest district in chhattisgarh वैसे तो गरीबी हर देश हर राज्य की हर एक गांव कस्बे तक होता है लेकिन आज हम आपको छत्तीसगढ़ के ऐसे राज्यों के बारे में बताने जा रहे हैं जो की गरीबी के कारण पीछे हैं|
Top 5 Richest City In Chhattisgarh |छत्तीसगढ़ के 5 सबसे अमीर शहर
लेकिन गरीबी होने के बावजूद भी वहां प्राकृतिक सौंदर्य ऐतिहासिक स्थल साथ-साथ वह जिला देवी देवताओं के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है छत्तीसगढ़ कि ऐसे बहुत से जिले हैं जिसका जिक्र इसमें नहीं किया गया है साथ ही साथ उसे जिले की बेरोजगारी दर प्रगति डर साथी वहां के निवास करते जनजातियों के बारे में ही बताया गया है हम आपको यह भी बता दें कि अगर यह पोस्ट आपको आपत्तिजनक लगता है तो आप हमें मैसेज कर सकते हैं।
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Top 5 poorest district in chhattisgarh List
No. 5 – Kondagaon
छत्तीसगढ़ कोडां जिला Top 5 poorest district in chhattisgarh की सूची में नंबर पांच में रखा गया है कोडां जिले के साहित्यिक संगीत अभिनव क्लब बहुत ही प्रसिद्ध है यहां की प्रकृति सौंदर्य बाकी जिलों की तुलना में बहुत आगे हैं पीछे हैं कोडां जिले का क्षेत्रफल की बात किया जाए तो 7768 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ कोडां जिला है|
अगर यहां की जनसंख्या की बात किया जाए तो 640000 जनसंख्या माना जाता है आंकड़ों की बात किया जाए तो यहां की साक्षरता दर 58% है जो की अन्य जिलों की तुलना में बहुत कम है अगर बेरोजगारी दर की बात किया जाए तो कोडां जिला नंबर पांच में आता है यहां की अधिकतर जनजाति कृषि पर निर्भर करती है साथ ही यहां कोई कारखाना ना होने कारण बेरोजगारी होने का मुख्य कारण हो सकता है|
No. 4 – Bastar
जंगल से गिरा हुआ छत्तीसगढ़ का ऐसा जिला जहां पर बहुलक मात्रा में गॉड जनजाति निवास करती है जिसे बस्तर के नाम से जाना जाता है छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में प्राकृतिक सौंदर्य बहुएत में दिखाने का मिलता है यहां का क्षेत्रफल 6596 वर्ग किलोमीटर है|
इस क्षेत्रफल में लगभग 986 000 लोग निवास करते हैं अगर इस जनसंख्या में देखा जाए तो लगभग 86% लोग गांव में निवास करते हैं वही इसका 10% शहरों में निवास करते हैं प्रगति संपदा से भरपूर बस्तर जिला में छत्तीसगढ़ी गोंडी हिंदी आदिवासी बोली जाती है बस्तर में कॉफी का भी उत्पादन किया जाता है जो कि पूरे भारत के साथ-साथ देश दुनिया में प्रसिद्ध है|
No. 3 – Narayanpur
छत्तीसगढ़ का नारायणपुर जिला प्रगति संपदा से भरा हुआ नहीं देखने को मिलता है नारायणपुर जिला नंबर 3 की सूची में रखा गया है जहां नारायणपुर जिला का प्रगति दर 6.2%पाया गया है अगर इसके साक्षरता की बात करें जाए तो लगभग 49 परसेंट है नारायणपुर जिले का क्षेत्रफल 4653 वर्ग किलोमीटर है इस क्षेत्र में निवास करने वाले लोग संख्या 158000 है|
इस जिले के अधिकांश लोग यानी झांसी पर्सेंट लोग गांव में ही रहते हैं साथ ही 14 पर्सेंट लोग जो कि शहरों में निवास करते हैं नारायणपुर जिले में छत्तीसगढ़ी हल्बी और हिंदी भाषा बोली जाती है। अन्य जिलों की तुलना में नारायणपुर में नए इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत ही काम देखने को मिलता है|
No. 2 Dantewada
छत्तीसगढ़ में सबसे प्रसिद्ध मंदिर महा दंतेश्वरी मंदिर छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित है देवी देवताओं के लिए सबसे अच्छा जगह जाने वाला धंधे वाला जिला है मीडिया रिपोर्ट के माने तो इसकी प्रगति पर 5.4 परसेंट है वहीं इसका क्षेत्रफल 3410 वर्ग किलोमीटर मापा गया है|
अगर दंतेवाड़ा जिले के पूरे जनसंख्या की बात किया जाए तो लगभग 5 लाख है 42% साक्षरता दर के साथ दंतेवाड़ा जिला नंबर दो पर रखा गया है साथी यहां का लगभग 90 से 95% लोग कृषि पर निर्भर रखते हैं बाकी तीन से चार पर्सेंट लोग व्यापार बिजनेस इत्यादि में अपना हाथ आजमाएं हैं|
No. 1 Bijapur
छत्तीसगढ़ का बीजापुर जिला पूरे सिटी डिस्टिक इन छत्तीसगढ़ की सूची पर नंबर एक में रखा गया है नंबर एक में होने का इसकी साक्षरता दर मात्र 41% है जो की अन्य जिलों की तुलना में बहुत कम है बीजापुर जिले का वर्ग क्षेत्रफल देखा जाए तो लगभग 6562 वर्ग किलोमीटर है इतने क्षेत्रफल में लगभग 256000 लोग निवास करते हैं |
बीजापुर जिले का आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण साथ ही आसपास में कारखाना उद्योग ना स्थापित होने के कारण यहां पर दिखाई डर बहुत कम है साथ ही अन्य जिलों की तुलना में स्थित क्षेत्र पर और साक्षरता भी काम है इस कारण से इस नंबर एक पर रखा गया है नोट यदि ऊपर में जितने भी जानकारी आपको आपत्तिजनक लगता है या गलत जानकारी लगता है तो आप हमें एसएमएस के माध्यम से बता सकते हैं