रायपुर 5 जनवरी 2025/ एक दशक पहले अपने दांतों तले यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बच्चों के संस्थान ‘सक्षम’ के एक छोटे से दृष्टिबाधित बच्चे की प्रतिभा से मुग्ध हो गए थे। उस बच्चे का नाम अंजन था। जब अंजन ने अपना गाना सुनाया तब प्रधानमंत्री जी बहुत खुश हुए थे कि वे बड़े ही स्नेहिल भाव से अपने सर पर हाथ फेरकर उन्हें नामांकित कर चुके थे।
देश के प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन से एक बच्चे के जीवन में कितना बड़ा बदलाव आ सकता है, अंजन इसका उदाहरण है। पहले अंजन लेखकों के लिए लिखित गीत गाता था, आज अंजन स्वयं गीत लिखता है, इसे कंपोज़ भी करता है और गाता भी है। अभी हाल ही में अंजन ने अयोध्या धाम में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के अवसर पर एक गीत लिखा और उसे कंपोज़ भी किया।
अंजन के संगीत में रुचि को देखते हुए संस्थान में उन्हें आर्गन, कांगो और ढोलक का प्रशिक्षण दिया गया।
दांते वेवड़े में हर साल बारसूर महोत्सव का आयोजन होता है। इस बार के कार्यक्रम में अंजन अपने रामलला पर लिखे गीत के नायकों से मिलेंगे। अंजन में अभी 11वीं कक्षा की पढ़ाई चल रही है, अब इस संस्थान में अर्थशास्त्र तक की पढ़ाई संस्थान के अंदर ही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की ओर से सबसे पहले संस्थान में सभी दर्शनीय व्यवस्थाएं उपलब्ध करायी गयीं। उल्लेखनीय है कि सक्षम संस्था में आध्यात्मिक व्यवस्था के माध्यम से मौजूद है। उनका यह मानना था कि खनन प्रभावित क्षेत्र में विकास के लिए शिक्षकों के माध्यम से निधि की स्थापना की जाएगी। आज अंजन जैसे बच्चों का सपना टीचर्स के माध्यम से पूरा हो रहा है।
*जब पैदा हुआ तो दादाजी ने कहा, ये क्या करेगा कहीं छोड़ दो*
अंजन बीजापुर के बेहतर प्रभावित क्षेत्र का निवास है। बच्चों की समस्या के कारण माता-पिता को गांव में रहना पड़ा। अंजन बचपन से ही दृष्टिबाधित है। जब उनका जन्म हुआ तो उनके दादाजी का बड़ा अंत हुआ और उन्होंने कहा कि इसे क्या होगा, इसे क्या करना है, दो छोड़ दो। माँ बहुत प्यार करती थी। माँ ने कहा कि ये नहीं पलेंगे। बाद में असक्षम संस्था के बारे में पता चला और असक्षम व्यवसायियों के बारे में पता चला। सक्षम के प्रशिक्षकों की गायकी की प्रतिभा और संगीत में रुचि के बारे में पता चला और अब अंजन की दुनिया ही बदल गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के साथ ही पूर्व राष्ट्रपति श्री अमरनाथजी भी अंजन की प्रतिभा से प्रभावित हो गए हैं।
*गहरी प्रतिभा और अथाह उत्साह से प्रेरणा*
अंजन ने आज सभी बच्चों के साथ लुई ब्रेल को पुष्पांजलि दी। लुई ब्रेल की ऐसी शख्सियत है, जिसकी वजह से दृष्टिबाधित बच्चा भी फर्राटे से पढ़ सकता है। साइकल पिलेट में हेलेन केलर की तस्वीर भी है, जो बताती है कि दुनिया की सबसे अच्छी नीड को ना देख सकते हैं ना छू सकते हैं, उन्हें सिर्फ महसूस कर सकते हैं।