रायपुर। बीडीडी शिक्षण सहायक उपकरण के समर्थन में अब शिक्षक मोर्चा भी उतर गया है। बीडीए शिक्षण सहायक उपकरण की सेवा सुरक्षा करने की मांग को लेकर शिक्षक मोर्चा ने मुख्यमंत्री से की है। साथ ही बीएड शिक्षण सहायक उपकरण के पक्ष में सभी शिक्षक सामूहिक अवकाश ले सकते हैं।
शिक्षक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, किशोर बिहारी, मनीष मिश्रा, विकास राजपूत ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी को पत्र लेखन पात्र डीएड प्रशिक्षणों को दिए गए बी.एड. शिक्षण नवनियुक्त सहायक एसोसिएट की नौकरी सुरक्षित रखने की मांग की है। शिक्षक मोर्चा आने वाले दिनों में बीडीडी प्रशिक्षण सहायक उपकरण के सेवा सुरक्षा करने के लिए प्रदेश के 1 लाख 80 हजार शिक्षक संवर्ग सामूहिक अवकाश ले सकते हैं।
एनसीटीई के नियम, सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के निर्णय के बाद पात्र डीएड अभ्यर्थियों को शीघ्र सहायक शिक्षक के पद पर दाखिला दिया जावे के साथ ही यह विचारणीय है कि स्नातक सेवा में संलग्न करीब 2900 बी.एड. धारी सहायक शिक्षक जो कि पिछले 15 माह से जंगल और सरगुजा संभाग के सुदूरवर्ती इलाकों में सेवारत हैं, उनकी भर्ती छत्तीसगढ़ राज्य भर्ती नियम 2019 के तहत हुई है।
सभी सहायक शिक्षक छत्तीसगढ़ व्यापम द्वारा आयोजित परीक्षा (2023) शिक्षक कर मेरिट के आधार पर कोचिंग सेवा में आये हैं।
28.08.2024 को सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ राज्य से संबंधित याचिका (एसएलपी 23565/2024) की सुनवाई के दौरान बी.एड. इन टीचरों के सहायक उपकरणों के आधार पर केवल सहायक उपकरण की तारीख घोषित की गई है।
10.12.2024 को डी.एड. उच्च न्यायालय द्वारा शासन/विभाग की सूची में शामिल होने के बाद 15 दिनों के भीतर लागू करने के आदेश से व्यावसायिक नौकरी में संशय की स्थिति बन जाती है। नौकरी छोड़ने के भय और आर्थिक संकट के साथ-साथ मानसिक, आर्थिक और सामाजिक गिरावट की स्थिति बन रही है, इस स्थिति में निम्न विकल्प के आधार पर बीईडी नियुक्त शिक्षक की सेवा को सुरक्षित रखा जावे, डी. सूरी ने भी 1 सप्ताह में नौकरी छोड़ी के निर्देश दिए गए हैं।
1. छत्तीसगढ सरकार द्वारा अनूदित अध्यापन के माध्यम से बी.एड. किसी भी विभाग (सहायक शिक्षक कक्षा, सहायक ग्रेड 3 आदि) पर समान ग्रेड पे शिक्षण नवनियुक्त संकाय को समायोजित किया जावे।
2. राज्य शासन द्वारा समान ग्रेड – पे पर नवीन ही लेखक का सृजन कर सहायक शिक्षक के रिक्त पद पर समायोजन किया जाए।
3. डी.एड करने के लिए 3 साल का समय दिया जाए और साथ ही माध्यमिक शाला में इस दौरान अध्ययन कार्य शुरू किया जाए, डी.एड पूरा होने पर सहायक शिक्षक के पद पर जहां खाली हो यहां पद स्थापित किया जावे।