अविश्वास वर्ग के नाचीज़ को साये सरकार बहाल करे – मोहन मार्कम
जगदपुर। आज महासचिव राजीव कांग्रेस भवन में एसोसिएटेड प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री, पूर्व प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष और पत्रकार वार्ता के प्रभारी मोहन मरकाम मुखर्जी ने जिला कांग्रेस कमेटी के सिटी अध्यक्ष सुशील मौर्य की अध्यक्षता में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। किया।
पूर्व मंत्री मोहन मरकाम ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भाजपा सरकार के नेतृत्व में अमीर त्रिमूर्ति वर्ग का नुकसान हुआ है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने फिर से रद्द कर दिया है। जाय।जिला पंचायत अध्यक्ष का एक भी सीट पद के लिए नहीं है। टुकड़ों-टुकड़ों में भी टुकड़े-टुकड़े हो गए हैं।
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कांग्रेस सरकार के समय 2019-20 में प्रदेश में जब असुरों की संख्या 27 थी तब जनजाति जनजाति के लिए 13. अनुसूचित जाति के लिए 3 जनजाति के लिए 7 तथा सामान्य वर्ग के लिए 4 जिला पंचायत आक्षेप थे, भाजपा सरकार ने कॉन्सेप्ट डिपेंडेंसी में शामिल किया गया। अब की संख्या 33 हो गई है लेकिन एकमुश्त का शून्य 7 से अधिक हो गया है। प्रदेश के सभी जिला पंचायत और जिलों में जहां पहले 25 प्रतिशत शेष अन्य पर्वतीय वर्ग के आबनूस के लिए जाना जाता था, अब शेष क्षेत्र में शेष लगभग शून्य हो गया है। ख़त्म हो गया है.
सरकार की ओर से नवीन प्रक्रिया के तहत निर्धारित दुर्भावना संशोधन के बाद जिले, शहर और ब्लॉकों में जिला पंचायत सदस्य, जिले और पंचों का जो भी पद अन्य वर्ग के लिए रखा गया था, अन्य वर्ग के लिए सामान्य वर्ग हो गया है। पहले एकमुश्त को धोखा दिया, अब सामान्य वर्ग को ठगने जा रहे। जब पूरे प्रदेश में सरकार का विरोध हो रहा था तब कह रहे थे कि अनारक्षित वर्ग के आधे हिस्से में आंशिक वर्ग को लड़ाई होगी। पहले तो पिछौड़ों के संवैधानिक अधिकार में डाका डाला गया, अब जले पर नमक छिड़क रहे हैं।
अनारक्षित पोर्टफोलियो में तो जनरल, एससी, एसटी, एब्सोल्यूट कोई भी लड़की हो सकती है और जहां स्थिति स्थिति है वहां भी लोग शिफ्ट हो सकते हैं, इसमें बीजेपी क्या अहसान कर रही है? भाजपा का अहसान नहीं, बाबा साहब के संविधान को लेकर कहा गया है कि प्रदेश की सरकार को नैतिकता वर्ग के लिए नवीनता बहाल करनी चाहिए।
इस प्रेस विज्ञप्ति में मुख्य रूप से नेता प्रतिपक्ष उदयनाथ जेम्स, किलेबंदी रशीद खान, संजय पाणिग्रही, रविशंकर तिवारी, मुख्यमंत्री जाहिद हुसैन, दर्जाधारी कोटा सुता, अफ़रोज़ मेट, आकिब राजा, वैलेंटाइन कश्यप, उस्मान राजा, शादाब अहमद आदि मौजूद हैं।