अब प्रदेश में पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है – दीपक बज
पूरे प्रदेश की राजधानी में हत्या, लूट, बलात्कार के कारण डर का माहौल है
प्रदेश की कानून व्यवस्था अब असहनीय हो गई है
रायपुर। बीकानेर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बेज ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में पत्रकार भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश की सरकारी कानून व्यवस्था अब असहनीय हो गई है। राजधानी से शुरू हुआ हत्याओं का ख़ौफ़नाक मंज़र अब तक पहुँच गया है।
मुख्यमंत्री के मित्र के निर्देश के दौरान ही जगदलपुर में एक डॉक्टर की पत्नी की हत्या हो गई। प्रदेश की लॉयल लॉ व्यवस्था का शिकार अब लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी हो रहा है। पत्रकार को अपनी पत्रकारिता की कीमत जान चुकानी पड़ रही है। पत्रकार का शव साय राज में सेडेक्टर टैंक में मिल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बजाज ने कहा कि 48 घंटे से राजधानी में पांच हत्या की घटनाएं हो रही हैं, पूरे प्रदेश में रोजाना हत्याएं हो रही हैं, भय का माहौल है, प्रदेश में हत्या और चाकूबाजी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। सरकार कुंभकर्णी निद्रा में सोही है। जब से राज्य में भाजपा की सरकार बनी है, प्रदेश के सभी लोगों में रोज हत्या हो रही है। राजधानी रायपुर में औसत प्रतिदिन तीन हत्याएं हो रही हैं। हर शहर में ऐसा कोई दिन नहीं होता, जब सीएसआईटी हत्या की एक-दो घटनाएं न होती हों, अपराधी तीन बेखौफ हो गया हो कि सरेआम रोड पर दौड़ते सरेआम रोड पर सरेआम रोड पर सरेआम रोड पर सरेआम रोड पर दौड़ते हुए सरेआम रोड पर सरेआम रोड पर सरेआम रोड पर सरेआम रोड पर दौड़ते-दौड़ते पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है।
रोज़ हो रहे सामूहिक सामूहिक हत्याकांड की कहानियाँ प्रदेश शर्मसार से। पूरे प्रदेश में नागरिकों को भय के माहौल में जीवन जीना पड़ रहा है। कहो सरकार के राज में महिलाओं के प्रति अपराध में बेताशा को बढ़ावा दिया गया है। मासूम मासूम के साथ घृणित दुराचार की घटनाएं बढ़ीं। रोज़ समाचारों में प्रदेश भर में तीन से चार मासूम अबोध के साथ और सामूहिक दुराचार की घटनाएँ सामने आ रही हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बजाज ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून की व्यवस्था ही नहीं है। इसलिए आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। सरकारी निगम पर लगाम कसने के बजाय उनका संरक्षक बन गया है। प्रदेश की कानून व्यवस्था दिन-प्रतिदिन और सीमित होती जा रही है और सरकार मुबधिर का घर बनी हुई है अब तो हत्या, अपराध की घटनाएं बर्दाशत के बाहर हो गई हैं। सरकार निम्मी और लाचार बन गई है मुख्यमंत्री से सरकार नहीं संभल रही है, मुख्यमंत्री से गृह विभाग नहीं संभल रही है।