यात्री सुरक्षा को बढ़ाने और भीड़ को कुशलता से प्रबंधित करने के लिए, भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक सफल परीक्षण किया, जिसमें महा -कुंभ विशेष ट्रेनों के लिए एक ही मंच पर अनारक्षित यात्रियों को प्रतिबंधित किया। पहल का उद्देश्य भीड़भाड़ को रोकने और एक सुचारू बोर्डिंग अनुभव सुनिश्चित करना है।

रेल मंत्री युद्ध कक्ष से परीक्षण की देखरेख करते हैं
परीक्षण के तहत परीक्षण किया गया था प्रत्यक्ष पर्यवेक्षण रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार। रेल भवन युद्ध कक्ष से निगरानी, अधिकारियों ने यात्री प्रवाह को अनुकूलित करने के लिए भीड़ आंदोलनों, टिकटों की बिक्री और ट्रेन शेड्यूलिंग को बारीकी से ट्रैक किया।
सटीकता के साथ अनारक्षित यात्रियों का प्रबंधन
- सभी महा कुंभ विशेष ट्रेनें प्लेटफ़ॉर्म 16 से निर्धारित की गई थीं।
- अनारक्षित यात्रियों को एक होल्डिंग क्षेत्र में निर्देशित किया गया था और केवल एक ही गेट के माध्यम से प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी।
- यात्री वॉल्यूम को गेज करने और ट्रेनों को तदनुसार भेजने के लिए टिकटों की बिक्री पर हर 30 मिनट में निगरानी की गई।
परिणाम और भविष्य की योजना
रणनीति ने सफलतापूर्वक अन्य प्लेटफार्मों पर भीड़भाड़ को रोक दिया और भक्तों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित की। इस परीक्षण से प्राप्त अनुभव से भारतीय रेलवे को माहा कुंभ जैसे भविष्य के बड़े पैमाने पर कार्यक्रमों के लिए अपनी भीड़ प्रबंधन तकनीकों को परिष्कृत करने में मदद मिलेगी।