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हर साल प्रशासन द्वारा किलो गेट खोलकर पानी छोड़ा जाता था, जिससे नदी का गंदा पानी बह जाता और व्रतियों को स्वच्छ जल मिल जाता था। लेकिन इस kayar डेम में में में कम होने होने होने होने होने होने होने kanamatauraumaukaukaupautaupakaupakaupakaupakaupakhashashashasakauma गंदे गंदे गंदे गंदे गंदे सthashak लोग r औ औ rasamaurauramauramauta प इस इस r से r से से से से हैं हैं हैं rayrasaurapay हैं r इसे हैं r इसे हैं
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि करोड़ों रुपये खर्च कर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया गया था, तो उसका लाभ शहर वाशियो को क्यों नहीं मिल रहा? शिफ़र क्यूत्गी शयरा जल मिल सके।