कई कंपनियाँ इस सप्ताह प्राथमिक पूंजी बाज़ार में उतरने की तैयारी कर रही हैं, जिनका सामूहिक लक्ष्य करीब 11,000 करोड़ रुपए जुटाना है। यह कदम इन कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो वित्त से लेकर आभूषण तक विभिन्न क्षेत्रों में पेशकश कर रही हैं।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस: एक ऐतिहासिक आईपीओ
बजाज समूह का हिस्सा बजाज हाउसिंग फाइनेंस इस क्षेत्र में अग्रणी है। 7,000 करोड़ रुपये का आईपीओ। यह पेशकश इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि यह 2008 के बाद से पुणे स्थित समूह का पहला सार्वजनिक निर्गम है। आईपीओ में 4,000 करोड़ रुपये का नया निर्गम और बजाज फाइनेंस द्वारा 3,000 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शामिल है। यह सार्वजनिक निर्गम भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बजाज समूह के लिए एक महत्वपूर्ण विकास है।
नॉर्दर्न आर्क और पीएन गाडगिल ज्वैलर्स ने भी यही किया
चेन्नई स्थित नॉर्दर्न आर्क कैपिटल भी बाजार में प्रवेश करने वाली एक और महत्वपूर्ण कंपनी है, जो 1,500 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश कर रही है। छोटे व्यवसायों और सूक्ष्म ऋणदाताओं के लिए ऋण की व्यवस्था करने के लिए जानी जाने वाली नॉर्दर्न आर्क की पेशकश में एक नया इश्यू और एक ओएफएस दोनों शामिल हैं।
करीब दो सौ साल पुराने इतिहास वाली एक सुप्रतिष्ठित आभूषण खुदरा विक्रेता पीएन गाडगिल ज्वैलर्स भी बाजार में उतर रही है। पुणे मुख्यालय वाली इस कंपनी का लक्ष्य 1,100 करोड़ रुपए जुटाना है, जिसका इस्तेमाल परिचालन का विस्तार करने और कार्यशील पूंजी चुकाने में किया जाएगा। कंपनी की योजना महाराष्ट्र में 12 नए स्टोर खोलने की है, जिससे इस क्षेत्र में उसकी उपस्थिति और मजबूत होगी।
विविध क्षेत्र की भागीदारी
अगले सप्ताह बाजार की गतिविधियों में अर्केड डेवलपर्स, टॉलिन्स टायर्स, क्रॉस और गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग भी शामिल हैं, जो उद्योगों की एक विस्तृत श्रृंखला को दर्शाते हैं। मुंबई में पुनर्विकास परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने वाली अर्केड डेवलपर्स 430 करोड़ रुपये जुटा रही है। कोच्चि स्थित टॉलिन्स टायर्स टायर और ट्रेड विनिर्माण क्षेत्र में अपने परिचालन के लिए 230 करोड़ रुपये की मांग कर रही है।
जमशेदपुर में मुख्यालय वाली ऑटो कंपोनेंट निर्माता कंपनी क्रॉस का लक्ष्य 500 करोड़ रुपए जुटाना है, जबकि गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग अपने प्रिसिजन इंजीनियरिंग परिचालन के लिए 180 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। ये पेशकशें रियल एस्टेट और मैन्युफैक्चरिंग से लेकर ऑटो कंपोनेंट तक, बाजार में उतरने वाली कंपनियों की विविधता को उजागर करती हैं।
निष्कर्ष: प्राथमिक पूंजी बाज़ारों के लिए एक मजबूत सप्ताह
अगले सप्ताह की बाजार गतिविधि प्राथमिक पूंजी बाजारों का लाभ उठाने में विभिन्न क्षेत्रों की कंपनियों के बीच बढ़ते आत्मविश्वास को रेखांकित करती है। इन कंपनियों द्वारा जुटाए जाने वाले संयुक्त 11,000 करोड़ रुपये उनकी महत्वाकांक्षाओं और भारतीय बाजार में उपलब्ध अवसरों को दर्शाते हैं। निवेशक इन घटनाक्रमों पर उत्सुकता से नज़र रखेंगे क्योंकि ये कंपनियाँ बाज़ार में अपनी पेशकशें पेश करेंगी।