मेयर – राष्ट्रपति और मंदिरों की वोट के लिए हो अलग-अलग: जैन
एक दस्तावेज़ के प्रयोग से होगी गड़बड़ी
मोस्ट में वीवीपैट का इस्तेमाल किया गया और जनता के वोट से धांधली का नामांकन नहीं हुआ
विचारधारा की विसंगतियों का रखा जाए ध्यान
पूर्व विधायक ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा
जगदपुर। पूर्व विधायक जगदलपुर व संसदीय सचिव लाइनचंद जैन ने नगर निगम चुनाव के लिए आगामी निकाय चुनाव के लिए नगर निगम महापौर- नगर पंचायत अध्यक्ष और विधायकों की वोटिंग के लिए अलग-अलग नामांकन पत्र लिखकर मांग की है। प्रकार का भ्रम न रहे।
मीडिया को जारी बयान में जैन ने कहा है कि मास्टर ट्रेनर्स को ट्रेनिंग में बताया गया है कि इस बार एक लीक के माध्यम से ही मेयर और ताकत को वोट दिए जाएंगे। राक्षसों के झुंड में कुल 23 झुंड के झुंड शामिल होते हैं। इसमें जगदलपुर नगर निगम, जिला मुख्यालय स्थित नगर पालिका परिषद, किरंदुल-बचैली के नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत शामिल हैं। यदि एक मोसाकी का प्रयोग किया जाता है तो इससे भ्रम की स्थिति पैदा होगी जो लोकतंत्र के विपरीत होगी। ऐसी दशा में डेमोक्रेटिक मार्केट के संरक्षण के लिए अलग-अलग स्टॉक का उपयोग किया जाएगा।
कानून के अधिकार छीनने की कोशिश
पूर्व अपराधी जैन ने कहा है कि सर्वोच्च न्यायालय के उस आदेश की आज्ञा की जा रही है जिसमें जोसेफ के साथ वीवीपैट दस्तावेज़ का परीक्षण किया गया था। छत्तीसगढ़ के पुस्तकालय में लैपटॉप के साथ वीवीपैट पर्ची का उपयोग नहीं किया जाता है। एक ओर जहां नोकिया की सुविधा का ध्यान भाजपा सरकार द्वारा नहीं रखा जा रहा है, वहीं दूसरी ओर अपने फ्रैंचाइज़ी पर प्रचार-प्रसार की तैयारी भाजपा कर रही है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि एक साल में उसकी कोई नीति नहीं रही और राज्य की जनता बीजेपी से बेहद खफा है। इस तरह के नतीजों में विपक्ष के संकट ने उसे वास्तविक बना दिया है इसलिए वह जनता के अधिकार को कुचलना चाह रही है जिसका कांग्रेस मुंह झुठ जवाबी हमला है। एक डेमोक्रेट के माध्यम से एक वोट का प्रस्ताव रखा जाना चाहिए। इस बारे में स्टॉकिस्ट व जिला कलक्टर अधिकारी को पत्र लिखकर जैन ने पूर्ववत व्यवस्था में शामिल होने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नागरिकता की सुरक्षा करने और जनता की शक्तियों की बहाली के लिए यह जरूरी होगा।