
रायपुर। राजधानी में सरकार द्वारा बनाए गए आवास के निवासियों ने आज निकाय चुनाव से पहले चुनाव का बहिष्कार कर दिया। बस्ती, सिवनी में स्थित आवास कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने लंबे समय तक पानी और अन्य समस्याओं को लेकर विद्रोह किया और चुनाव का बहिष्कार किया। व्यवसाय के अंबार से परेशान लोगों ने कॉलोनी के बाहर चुनावी बहिष्कार का झंडा फहराया।
स्थानीय लोगों से बातचीत में उन्होंने बताया कि यहां किसी भी मौसम में पानी उपलब्ध नहीं रहता। रायपुर नगर निगम, नासिक और जोन कार्यालय, हर जगह लोगों ने निरीक्षण किया है लेकिन पानी की व्यवस्था करने में सभी लगे हुए हैं। बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को थ्री-थ्री फ्लोर पानी चढ़ना पड़ता है। धरना देने के बाद मांग करने के बाद बस कुछ दिनों के लिए कलाकारों की संख्या बढ़ा दी जाती है। अमृत मिशन योजना के पाइपलाइन से भी नहीं मिलता पानी। अधिकारी और वैज्ञानिक सिर्फ तलने का काम करते हैं। स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था कब से मांग की जा रही थी लेकिन अब तक पूरी तरह से नहीं की गई। लाइट में नहीं के कारण लूट-मार घटनाएँ घटित होने की संभावना क्षेत्र बनी रहती है और महिला असुरक्षित महसूस करती है।
लोगों ने कहा कि घर के बदले पैसे ले लो परन्तु पैसे देना भूल गए। आज इतनी ही असमानताओं के बीच हजारों परिवार एक साथ रह रहे हैं और साड़ी का हल खुद ही उलझने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में वे वोट क्यों करते हैं। लोगों ने मांग की है कि जब तक सारी व्यवस्था ठीक नहीं होगी तब तक निकाय चुनाव में वोट नहीं देंगे।