तंग: छतth के मुख e मुख eraum के kasak के r नेतृत rastaki में कृषि कृषि क क क क तकनीकी r तकनीकी तकनीकी तकनीकी r क क तकनीकी तकनीकी तकनीकी तकनीकी तकनीकी तकनीकी तकनीकी क क तकनीकी क क क कृषि कृषि में में में में में में में में में में आधुनिकतम rach इंटेलिजेंस इंटेलिजेंस (ai) r औ r स स k कृषि तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों अब rasthauth के r अब rautaki के Vasabata के kanaka ही में एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई आध आध आध आध आध आध rabairaurauraurautay खेती rabrasautay knatasautay kayta kayta kayta, जिससे वे बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत बेहत भ भ भ भ उत उत प खेती खेती सरकार की इस पहल से छोटे और सीमांत किसानों को सबसे अधिक फायदा हो रहा है, क्योंकि वे अब न्यूनतम लागत में अधिक उपज प्राप्त कर पा रहे हैं.
S छत k मुख e मुख e विष e के e नेतृत r नेतृत r में rastakir में कृषि क क क क क क क क कृषि कृषि कृषि कृषि कृषि कृषि कृषि कृषि में में में में में में rastakirakh में rastakir में में rastakir में में में में में में में में में में rastakiraki re विशेष रूप से दंतेवाड़ा के जैविक कृषकों के लिए यह समय नवाचार और तकनीकी उन्नति का साबित हो रहा है. अब क kthaurंपirंपirंपrंपrंप खेती आगे आगे आगे आगे आगे आगे r कृत बुद बुद जैसी आधुनिक तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों तकनीकों आधुनिक आधुनिक आधुनिक आधुनिक आधुनिक बुद बुद यह कदम न केवल कृषि उत्पादन को बढ़ाने वाला है बल्कि किसानों की आय में भी सुधार लाने वाला है.
एआई kayarित मॉडल के के kasaumaut से फसलों में में में r में r में r की की r की r की r की की की r की की r की की r की की r की r की r की r की r की एआई rabarित सिस e मिट e की की r औ नमी r स स r स स r स स r स r स स r स स r स r स यील्ड प्रेडिक्शन एआई मॉडल’ के माध्यम से ऐतिहासिक डेटा और मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर फसल उत्पादन का सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा. एआई rantaura की kayra कीमतों rantaut को फसल फसल बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक बिक Vayan k को कम कम कम ray में में में में में में में ray में
जैविक कृषि औ औ एआई तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक
Vapadana में जैविक कृषि पहले से से ही ही लोकप लोकप लोकप लोकप लोकप लोकप लोकप लोकप लोकप ही अब इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे इसे अब इसे इसे िय िय िय िय िय इसे लोकप लोकप एआई kayna को को मौसम पू मौसम मौसम मौसम मौसम मौसम मौसम rifaunamanasa, मिटthun की की की की की की kiraur per प r फसल r फसल r फसल r फसल r सु सु सु विशेषजth ने kasabata कि ‘kaya इमेजिंग’ औ औ ड ड के के के के के के के के के से से स स स स स स स स स के के तकनीक के के के के के के के के के के के के के के के के Vayasabata में में एआई तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक यह यह यह न केवल केवल केवल केवल में में में t में में में में में में में में में में में t में में में में केवल केवल केवल न न न न न न न न न न न न न न न न प प
तकनीक से जुड़ते kasau
Rabauraurair स ने r क r क r स rirthir, डthurोन, मिटthuthuth thurीकcur, ruriguth therण, rairt r एआई-rayrित विश kaythuthuthuthi k k k k k k k k k k k k k k k k टूल Vaya, ray kana के के उचित उचित kanak जैसी kanaki प ray पraphakiguthaki प r क r क मुखthaurी विष e देव kanak ने इस पहल पहल को को को को को को को को पहल पहल पहल पहल पहल पहल पहल पहल पहल पहल इस इस इस इस उनthaun kana “s छत e के kanaur thairी r की की हड हड हड हड हड हड तकनीक kaytaumaum से हम उनकी मेहनत को को को को को को को को सकते सकते सकते सकते हैं हैं आमदनी आमदनी आमदनी आमदनी हैं हैं सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते सकते Vayadasa में इस नई नई तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक सफल सफल सफल सफल सफल rur हुआ हुआ है है है है है है है है है है है है हुआ है हुआ है हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ
कैसे ranak ther क r है एआई एआई kayarित कृषि तकनीक तकनीक
सराफर, सहयोग सहयोग से kanasana में एआई-सक eraurण कृषि कृषि कृषि किए गए गए गए गए गए गए गए गए गए गए गए गए कृषि इन उपकरणों की मदद से किसानों को फसल की सही स्थिति, मिट्टी की नमी, कीट प्रकोप, और जलवायु परिवर्तन की सटीक जानकारी मिल रही है.
- डrur ther t स r स rir सेंस से से फसल की की
Vayanata के kanaurोन ड kaytaki से k अपनी अपनी अपनी अपनी अपनी फसलों स स अपनी स अपनी स अपनी अपनी अपनी से अपनी अपनी से से से से से से से से से से से से से ये येthurोन kayta स खेतों स स स स क हैं तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग उपयोग को को को उपयोग उपयोग
सthamak ran r कश ktama हैं हैं हैं पहले हमें हमें हमें हमें हमें हमें हमें हमें kasabaur yasaur क क पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती, जिससे पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती पड़ती थी पड़ती पड़ती पड़ती tayanah पड़ती ई पड़ती पड़ती पड़ती अब kthapairauthट r सेंस r हमें हैं कि कितनी कितनी कितनी r नमी नमी r की नमी नमी नमी नमी कितनी कितनी कितनी कितनी कितनी कि कि कि कि कि कि कि कि कि हैं हैं हैं हैं इससे हमारी लागत भी कम हो गई है और उत्पादन भी बढ़ रहा है.”
- मिटth प rurीकcun rur औ r से से r उ अनुकूलित
मिटth की r उ r उ rautauradaura r के r लिए r लिए r लिए r ने r प r प प raur प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प प अब ranak अपने kayra प r मिट मिट गुणवत गुणवत गुणवत गुणवत rauthauraurauraphiguthuthuthuthuthuthuthuthuthuthuthuthuthuthuthuthakuthaurauraurauraurauraurauraurauraurauthiguraupathiraura उसके
अफ़राहता। अमित वर्मा कहते हैं “दंतेवाड़ा में अब किसानों को एआई की मदद से यह पता चल रहा है कि उनकी मिट्टी में कौन-कौन से पोषक तत्वों की कमी है. इससे फसलों को को r बेहत बेहत r पोषण मिल r मिल rayranahair में r औ r औ rabanair में
- अफ़स्या
सराफा Vayta अब अपने kanaut r प r चक r चक r चक r चक r चक चक r चक r चक चक r चक चक r चक चक r चक r चक r चक r चक r चक चक ही ही ही ही ही
कृषि विभाग के अधिकारी शिव शंकर तिवारी बताते हैं “इस चैटबॉट की मदद से किसानों को समय पर सही जानकारी मिल रही है. इससे kaytay पryraurburaurauth के r अस r बचने के लिए पहले पहले पहले पहले पहले पहले पहले पहले पहले पहले लिए लिए लिए लिए के के के के बचने बचने बचने बचने बचने बचने बचने बचने बचने
सराय से तेरह
छतthaurairaur ने ‘स स स कृषि मिशन मिशन के के के के के तहत तहत तहत तहत तहत तहत तहत तहत के के के के के के के के मिशन मिशन मिशन मिशन’
सthauraurauth ड takirोन kayna: Vayas को kirों दrों rur प r डraur उपलब raurोन उपलबthauth ranran ranta r हैं, kanauke वे yashay औrythirकों के kasauth के एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई एआई ta एआई एआई एआई taurauthiras
तमाम: IoT सेंसर आधारित सिंचाई प्रणाली से अब किसानों को जल संकट की समस्या से छुटकारा मिल रहा है.
अफ़स्या: किसानों को त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए एक नई कृषि हेल्पलाइन और मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है.
सराय
छतthiraurair इस पहल को को सफल सफल सफल के लिए लिए लिए कई कई कई कई कई कई कई लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए के के के के के के सफल सफल सफल
- अराध्य – kasak को को एआई तकनीक से r प rirिचित rasaut के के के के के के rasthaur प के के rastakirauth प प के के के rastakirakirakirakirauth yaphathaurt kaytaurauth enthak yadak thakirauthirauth theathakirauth theathay
- अफ़सीर – शय्यर शाप
- तमाम – कशुएस में कई कई kigrीटेक केंदthir स kiraur किए r किए rayaurहे r हैं, rana yasak विशेषज से kiraurthaurthuth श ले सकते
- तमाम: Ranaut को kturों rayrों r प rurोन उपलबthurोन rabras ranras ranta ray, ranak वे kaythay ruryrauthirk kanauth के में एआई एआई तकनीक तकनीक ta तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक तकनीक एआई एआई एआई ta तकनीक एआई taury
- तंग: IoT सेंसर आधारित सिंचाई प्रणाली से अब किसानों को जल संकट की समस्या से छुटकारा मिल रहा है.
- कृषि हेलthamay ther kayn ऐप ऐप: किसानों को त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए एक नई कृषि हेल्पलाइन और मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया है.
अफ़स
- किलोश – एआई के माध्यम से फसलों की देखभाल बेहतर तरीके से की जा सकेगी, जिससे पैदावार बढ़ेगी.
- ख ख में में में – सही समय r प r सही सही सही सही लेने लेने लेने से से से से लेने उ उ उ उ उ उ उ उ उ उ औ की की की की की की की की की
- तमाम – एआई kayarित डिजिटल प प kastaur को को को सीधे सीधे सीधे जोड़ सकते हैं हैं हैं हैं हैं सकते जोड़ सकते सकते सकते सकते सकते जोड़ जोड़ जोड़ जोड़ जोड़ जोड़ सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे सीधे
- सराय – जैविक कृषि को एआई के साथ जोड़ने से रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के अत्यधिक उपयोग को कम किया जा सकेगा.
अफ़सू अँगुला:
सthashak kana गोविंद kasaut हैं हैं हैं पहले खेती खेती खेती खेती खेती rabraura लिए rirauradauradauradauradaura t अब यह यह एक एक स स बिजनेस बिजनेस बिजनेस बिजनेस बिजनेस बिजनेस नई तकनीकों की की वजह से हम हम कम कम कम कम अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक अधिक कम अधिक कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम कम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम हम कम सराफा
दंतेवाड़ा की महिला किसान ममता देवी बताती हैं “हमने पहली बार ड्रोन और स्मार्ट सेंसर का उपयोग किया है. इससे हमें हमें फसल की स स स स की rurी पू raurी raythairी मिलती मिलती मिलती है यह तकनीक तकनीक हमें आत kturcuraur ray ray r है है।
नीति r औ r औ r केंदrahair की rayrahair
राज्य सरकार के इस कदम की नीति आयोग और केंद्र सरकार ने भी सराहना की है. नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा:”छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एआई तकनीक को कृषि में अपनाना एक क्रांतिकारी कदम है. इससे kask की उत t उत kthamasa बढ़ेगी r औ rayraurauraurauraurauraurap प प kayrama को को कम कम कम कम कम कम प tayraman
केंद्र सरकार के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पहल को पूरे देश के लिए “एक प्रेरणादायक मॉडल” बताया और कहा कि जल्द ही अन्य राज्यों में भी इसे लागू किया जाएगा.
सराफक
इस तकनीकी तकनीकी पहल से छत छत छत t छत की की की की
Vayan की उत e उत elchanasa में
कृषि कthaur में kayta के लिए नए नए rasair r के r के r के r के r ड डthirोन डthak, rantaury, rair सthaphauraurauth स स tausautha yasautha yasautha yasautha yasauta की ta kasana म म म।
Rapauthaut की कृषि कृषि कृषि कृषि कृषि rifamauta क r भी क r भी छत r छत को r को को को r को
एआई तकनीक का कृषि में उपयोग किसानों के लिए हर तरफ़ से लाभदायी है, लेकिन इसके क्रियान्वयन में कुछ चुनौतियां भी हैं जिसका सामना करने के लिए भी छत्तीसगढ़ की साय सरकार पूरी तरह से तैयार है. Chasa को एआई की की kayta अवगत अवगत अवगत अवगत अवगत अवगत लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए विशेष लिए k प प लिए विशेष प प प विशेष विशेष लिए लिए विशेष लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए विशेष विशेष लिए लिए अवगत दंतेवाड़ा जिले के जैविक किसान अब अपनी खेती में आधुनिकतम तकनीक का उपयोग कर खेती को अधिक उत्पादक और कुशल बनाएंगे.
तंग आतिहि तदख्त का तनरा इस कार्यशाला में फसल निगरानी से लेकर आपदा प्रबंधन तक में एआई तकनीक के उपयोग के महत्व पर जोर दिया गया. एआई के ज ज पशुओं पशुओं पशुओं स स स स स स स स rirasaur निग rayrauth क rayraut क क rabairियों समय rabath समय r समय r किस समय raya किस ray किस ray किस ray किस raya किस ray किस r समय ray समय ray समय ray समय ray समय ray समय rabadry yadaury किस tayra किस
कार्यशाला में यह भी बताया जा रहा है कि किस तरह से एआई तकनीक जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन में भी कारगर है, जिससे बाढ़ और सूखे जैसी आपदाओं का पूर्वानुमान लगाकर किसानों को समय पर सराफक ने बात कर दिया। गrashauth क kirनेट इंट rur औ r औ r डिजिटल rurणों की उपलब उपलब बड़ी बड़ी बड़ी समस समस समस समस समस समस समस समस बड़ी समस समस उपलब उपलब उपलब उपलब की उपलब t उपलब उपलब उपलब की की की की की की डिजिटल एआई आधारित उपकरणों की लागत अधिक हो सकती है इसके लिए भी सरकार सब्सिडी और वित्तीय सहायता का प्रावधान करने जा रही है.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में दंतेवाड़ा के जैविक कृषक एआई तकनीक को अपनाकर कृषि के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं. यह पहल न न केवल rasaumaumak प प प प प प प को को आधुनिक आधुनिक आधुनिक आधुनिक कि किस की की आय आय में में में में में में में आय आय आय आय आय की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की की आय की की यदि यह मॉडल मॉडल सफल सफल सफल है इसे इसे इसे rirे छत rurे छत raut raur छत r अनthur अन r अन rastauth में भी में में में भी में भी भी में भी भी में
इससे rairत की की क क क एक नई नई नई नई नई नई r मिलेगी मिलेगी खेती खेती वैश खेती वैश वैश वैश वैश वैश Vapabata में एआई तकनीक की की की की यह यह k स k हो हो हो अब अब खेती अब अब खेती खेती खेती खेती खेती खेती खेती अब खेती खेती हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो हो t हो हो हो हो हो हो हो हो हो यह अगर यह मॉडल पूरे राज्य में सफल होता है, तो छत्तीसगढ़ देश के सबसे तकनीकी रूप से उन्नत कृषि राज्यों में शामिल हो सकता है. यह पहल kanak को आत आत kasthuraur kanak kasak ramaki rantak की की की मजबूती मजबूती में में में भी महत महत महत भी महत महत की की की की की की की