
रत्न: मुखthaurी शthurी विष e आज rasaurauraur rasauraur स rabraur thamaur puramaury tasamanahaury के kasamautay के kasamautay के kasamaury taytahaury के kayanahairaury t के kaytahaurauta thaytauraurauraurauraurauraurauraurauraurauray सराफक पर अफ़म्याशुरकस मुखthaurी ने ने e स दुबे के rasamathir r प r पुष rurcaur अrchas r उनriraur उनrigun उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोकाकुल परिजनों को इस दुःख की घड़ी में धैर्य और शक्ति प्रदान करें।
मुखthauthirी शthaut ी श t श t श r श r संबोधित को को को हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए हुए को को हुए को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को सरायम, अफ़्री सभी को ranama kanasa यह कवि आज आज आज आज आज आज आज आज आज आज उन e विलक e विलक ktamautauran प e के r से से r न r केवल r देशभ न न केवल केवल केवल केवल केवल केवल केवल केवल केवल न केवल केवल न से न से से के के के के Vasauth निधन निधन rayrे rastakuth औ r औ के लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए लिए
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन्होंने अनेक कवि सम्मेलनों में भाग लिया है, और शायद ही कोई प्रमुख आयोजन ऐसा रहा हो जहाँ डॉ. दुबे की उपस उपसthथिति न ray हो। हो। ह r मंच r प rur उन उन t प t प t प प t प t कवियों द द द t द t सम समthamauraphak प ktraumaki प
उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने भी श्रद्धांजलि सभा में स्व. डॉ। सुरेंद्र दुबे को नमन करते हुए कहा कि वे केवल एक कवि नहीं, बल्कि एक जिंदादिल और ऊर्जावान व्यक्तित्व के धनी थे। उनth -y rusak के kasaumaut से kthauranadamatasauna t को को सम सम सम सम सम सम सम उनth-kirदेश के-कोने में में घूम-घूमक घूमक घूमक घूमक को को न न न न न न न न घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक घूमक-घूमक R अवस rir ther प प Rayrirrur दुबे के के के rurिजन एवं kthaut kastauth उपस