संजय जैन:7000885784
*योगेश शास्त्री और श्रीराम नरसिम्हन ने 7 दिव्य जीवन विद्या “आनंदी कुटुंब, आनंदी गांव” आश्रम लिया*
*हिवरे बाजार में 80 से ज्यादा परिवार करोड़पति, कोई भी गरीबी रेखा से नीचे नहीं*
*शत प्रतिशत नशामुक्त गांव, शिक्षा एवं स्वास्थ्य,स्वच्छता में विशेष कार्य*
*महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में आदर्श गांव हिवरे बाजार स्थित है, जो अपने जल संरक्षण, कोलोराडो विकास और हरित पहल के लिए प्रसिद्ध है, हाल ही में एक महत्वपूर्ण जीवन विद्या मंच का आयोजन स्थल बना है। इस चुनौती में 7 राज्यों के निर्माताओं ने सतत विकास, स्कूल सहायक भाग, और निजी विकास मूल्य शिक्षा पर विचार-विमर्श किया।*
बेमेतरा:छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले का विशेष प्रतिनिधित्व देखा गया। सॉल्यूशन कॉलेज के संचालक, डॉ. हिवरे बाजार के सरपंच और पद्मश्री पुरस्कार विजेता श्री पोपट राव के विशेष उपदेश पर अविनाश पटेल को बुलाया गया। डॉ. पटेल ने अपने विचार प्रस्तुत किए और शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। अभ्युदय संस्थान के अचूक से कृषि वैज्ञानिक डॉक्टरों के संकेत ठाकुर, रायपुर के के साहूकार, कांत गौरिया साहू और अन्य 7 राज्यों के वैज्ञानिकों ने इस मूर्ति में दस्तक दी और अपने महत्वपूर्ण विचार साझा किए और हिवरे बाजार गांव के दर्शन कर इस गांव से प्रेरणा ली*
*आदर्श ग्राम हिवरे बाजार की विशेष उपलब्धि*
*आज से लगभग 25 वर्ष पहले इस गांव के लगभग सभी परिवार गरीबी रेखा के नीचे थे, यहां के सरपंच श्री पोपट राव के नेतृत्व में जल संरक्षण, उन्नत प्राकृतिक खेती, गोपालन (डेयरी) मूल प्राथमिक, शिक्षा और स्वास्थ्य, विशेषज्ञ श्रमदान थे। 100 प्रतिशत नशाबंदी है, वनभूमि पर चराई बंदी है, पेड़ों की कटाई पर रोक आदि विशेष प्रयास से आज गांव में 80 से अधिक लोग करोड़पति हैं और 11 लाख से अधिक करोड़पति श्रमदान से ग्रामवासियों ने काम किया है। है. आज कोई भी व्यक्ति गरीबी रेखा के नीचे नहीं है। इस गांव में सभी जज ग्राम संसद में ग्रामवासी मिलते हैं। स्वच्छता इतनी अधिक है कि एक मच्छर मच्छरदानी पर 500 चिप्स की आपूर्ति की जाती है। हिवरे बाजार गांव को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। प्रधानमंत्री जी श्री नरेंद्र मोदी ने कहा “मन की बात में इस गांव का 3 बार उल्लेख किया गया है और इस ग्राम के सरपंच को महामहिम राष्ट्रपति श्री मिथ्याचारी द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया गया है।” एक समय पर अकाल और गरीबी से लड़ते हुए इस गांव ने सामूहिक प्रयास से खुद को महाराष्ट्र के सबसे अमीर कश्मीर में बदल लिया है। इस गांव में शून्य अपराध दर्ज है।*
*जीवन विद्या के संदेश का विस्तार आनंदीकुटुंब आनंदी (गांव खुशहाली परिवार खुशहाली गांव)*
*अधिवेशन के दौरान, बुलढाणा के जीवन विद्या प्रबोधक श्री योगेश शास्त्री और पुणे से श्रीराम नरसिम्हन ने पोपट राव पिता के विशेष आग्रह पर 7 दिवसीय जीवन विद्या परिचय शिविर का आयोजन किया। यह कैंप ग्रामवासियों और अन्य समर्थकों के लिए एक मंच बना, जहां उन्होंने आंतरिक शांति, समुदाय जीवन, और मनोवैज्ञानिक विकास पर चर्चा की। इस शिविर में इस गांव की तीसरी पीढ़ी में जो युवा भौतिकवाद और शहरी संविधान से प्रभावित है, उनमें सतत ग्रामीण विकास और ग्राम्यवाद के महत्वपूर्ण सिद्धांत शामिल हैं और ग्राम शिक्षा में जल संधारण, भूमि संधारण की अवधारणा का समावेश और जनमानस शामिल है। वैष्णव जीवन पत्रिका के प्रति जो नकारात्मक है उसे सकारात्मकता में परिवर्तित करने के लिए श्री योगशास्त्री ने शिविर के माध्यम से इन मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया।*
*पद्मश्री पोपट राव राव का संदेश*
*अधिवेशन के समापन पर श्री पोपट राव राव ने कहा, हिवरे बाजार सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि एक आदर्श है, जो सामूहिक प्रयास और सही दिशा में किए गए काम से जीवन को बदल सकता है। जीवन विद्या के सिद्धांत हमें अपने जीवन और समाज को बेहतर बनाने का मार्ग दिखाते हैं। अभी इसकी नितांत आवश्यकता है इस गांव की शिक्षा में जीवन विद्या का प्रयोग किया जाएगा।*
*हिवरे बाजार में आयोजित यह सामूहिक प्रयास, दस्तावेज, और जीवन के कलाकारों को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रामीण और शहरी जीवन के बीच संतुलन बनाने और सतत विकास के संदेश को पूरे देश में फैलाने के लिए इस कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाई गई है