रायपुर। राजधानी के खमतराई थाना क्षेत्र में मां-बेटी के बीच हुए झगड़े का खुलासा हुआ है। हत्या को अंजाम देने वाला एक ऑटो चालक है, जिसने अवैध संबंध के बाद ब्लैकमेलिंग से तंग आकर अपनी महिला सहकर्मी के साथ पहले मां को फिर अपनी बेटी को मौत के घाट उतार दिया। इस हादसे में 12 साल के बच्चे की मौत हो गई और उसके निधन के बाद उसे बेहोश कर दिया गया।
साल की पहली सुबह खमतराई थाना क्षेत्र के मेटल पार्क के किनारे के जंगल में एक साल की बारहवीं बच्ची के शव के अंतिम दर्शन से पता चला कि शव की पहचान में अपवित्र पुलिस थी, जो दूसरे दिन 2 जनवरी की सुबह धनेली में विश्विद्यालय के किनारे के इंडिआवास में थी। रह रही एक बेवा महिला का शव उसके घर में मिला। पूछताछ में पता चला कि एक दिन पहले जिस बच्ची की मौत हुई थी वह राजकुमारी की बेटी थी।
हत्याकांड से क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा होती रही। पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए आस-पास के पासपोर्ट की जांच शुरू कर दी। बेवा के घर आने-जाने वालों से पूछताछ की गई बाबजूद पुलिस के हाथ कोई सफलता नहीं मिली, लेकिन पुलिस ने कोई हार नहीं मानी और गला घोंटकर हत्या की पतासाजी में पूछताछ की गई। आख़िरकार पुलिस को सफलता मिली।
टेक्नॉलजी के कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस के पास मौजूद ऑटो क्रू तक के दल और पूछताछ में वह सब उगल दिया। जानकारी के मुताबिक, यह घोटालों की असली वजह अवैध संबंध और ब्लैकमेलिंग थी। पुलिस ने इस मामले में अब्राम आटो चालक की हत्या को अंजाम देने में मदद करने वाली महिला को लिव इन मैड्रिड में भी गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, मूल ऑटो चालक भरतदास पूर्व धनेली में अपनी लिव इन राजभवन अनिता के साथ रहते थे। इसी दौरान हमीदा के घर पर उनका आना-जाना शुरू हो गया, और फिर दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए। बाद में बेल्जियम ब्लैकमेल उसे करने लगी। आख़िरकार तंग आमबाज़ी ने लिव इन राधाकृष्णन के साथ सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया।
ग्रेटर नोएडा में मृत महिला की बेटी को अपने घर ले आई। फिर दस्तावेजों के तहत, नवजात महिला को घर पहुंचाया गया और उसे मौत के घाट उतार दिया गया। बस्ती वापस घर लौटकर आई महिला को मारे जाने की बात लाइव इन राजधानी को बताया गया, जिससे भयभीत बच्ची ने समुद्र तट पर तबाही मचाना शुरू कर दिया। इसके बाद मासूम ने बच्ची के मुंह तक पहुंचकर उसे भी मौत के घाट उतार दिया। स्कूल के दौरान बच्ची का दूध नीचे खिसका कर उसे बेघर कर दिया गया, और बच्ची के शव के साथ नाबालिग को अंजाम दिया गया।