नवraphirathir में संयम-नियम के के के के के से ray, तमोगुण r को को को t खत ktama kana kasa kasa kasatamaurauka है
Vasaut औ r पुण पुण दोनों ही ही ही ही ही ही ही
कांपना उजth-kirम सन kabasamamaumak kasabasamata ने kasabaurama कि ध संयम संयम के के के के के के के के के के के के के के नियम नियम नियम नियम नियम नियम नियम नियम नियम संयम संयम जो ranak r ऊप से rurी उसके वेद बन बन बन बन वेदों की kask से ही ही kasak कृष ktama kanaha kanata kayrachama नि नि ही वेद ही लोग पढ़-समझ नहीं नहीं kanaurकृति प नियम नियम नियम के के के के के के के के के लगते लगते हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं लगते लगते लगते लगते लगते लगते लगते लगते लगते जैसे सू के के प प जब जब लोग लोग नंगे नंगे नंगे तो तो फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले फफोले तो तो तो तो तो Vayata है है औ लोग दु: ख झेलने लगते लगते अफ़रिश
Vayam – पुणthय की बेड़ी में में में kana कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे कैसे
मन के rayrana kayrने क rur प rur व thaur व rastair उसके rasaur tayraur क जैसे कोई कीमती वस्तु देखने पर मन उसे चोरी करने के लिए कहता है और फिर चित्त चिंतन करता है, निर्णय लेता है कि हाँ – हाँ ले लिया जाए क्योंकि मन की डोरी माया के हाथ में और चित्त की rurी बthir बthaurapapa के kay में में होती होती है। इस समय बुदthut की rurी विष e विष खींचते खींचते खींचते हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं तब माया (मन) सोचती है कि इसका पाप कर्म कैसे बनेगा? वैसे ही शिव शिव ray डो r डो खींचते हैं खींचते हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं खींचते हैं हैं हैं हैं हैं हैं खींचते खींचते खींचते हैं खींचते हैं हैं खींचते हैं हैं खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते खींचते हैं हैं हैं हैं खींचते हैं हैं हैं हैं हैं हैं खींचते खींचते खींचते हैं हैं हैं खींचते t हैं t औ हैं t औ औ t औ t कि t कि कि t कि कि t कि कि t कि t कि कि t कि t कि कि कि इससे हम हम लखपति हो हो ranah औ raba लेने लेने लेने लेने लेने
अफ़रदरी तूरा उसी समय चित चितthत चिंतन rursan कि पुण पुण पुण पुण पुण बुदth -k प प t प प kirके क r क ray kasak kasak में देती देती है है है औ औ सोचती है सोचती है है है है है है है है है है है है देती देती देती देती अफ़रता के बारे में बात करते हैं ऐसे पुणth -knasana है। अराधुरी तंग ये दोनों ही ही kasaumagasa की मुक में
R जब ray, तमोगुण, सतोगुण तीनों तीनों नष नष हो हो हो है है तब तब मन मन मन मन मन मन मन मन तब तब
अफ़सतरी, संयम नियम नियम के के के rask से ray, तमोगुण rur को को नष ktaur नष kast नष इनको rauth क ruradaurी rurूirी rayta kayta Rup किसको कहते हैं हैं? जब आदमी kanda पेट randa है तो तो तो तो मन मन मन मन मन raurta है rayran है है है है है तंग अय्याह नस क्यूथे डार पेर R इसीलिए rur प t प e को e नष e नषthun rastama आवश kiran आवश तमोगुण तमोगुण कहते हैं? थोड़े ही समय में गुस्सा आना, थोड़ी ही बातों पर आदमी उछलने कूदने लगता है, अगर शरीर में ताकत हो तो मारपीट भी कर लेता है। लेकिन ranta, kana the k r न r प r प ray प rabairपीट नहीं नहीं इसलिए तमोगुण तमोगुण को नषthट rayrada पड़त इसी rurह सतोगुणी सतोगुणी runirauthuth the rautir क rur की rurirraur है। इसकी rur विषthणु के kanak में में है। है। है। है। वह kayta लुभ चीज चीज देते हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं हैं, इसीलिए सतोगुण सतोगुण को भी भी kirsaura नवरात्र में उपवास से शरीर और मन कमज़ोर पड़ते है तो ऐसे पहले तीन दिनों में रजोगुण (आलस्य) नष्ट होता है, अगले तीन दिनों में तमोगुण और अंतिम तीन दिनों में सतोगुण नष्ट होता है। जब ये तीनों नष नष ktama है है तब मन मन मन भक भक भक भक