
रायपुर। छत्तीसगढ़ में 14 मार्च से शुरू हुई धान रैली का आखरी रूप से जारी है। अब तक के धान में पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया है। पिछले वर्ष 144.92 लाख टन टन धान की समस्या गई थी। इस साल आज तारीख तक हुई धान का सरदार 145 लाख टन का आंकड़ा पार कर गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के 25 लाख 13 हजार किसान धान बेच चुके हैं। धान के कागजात में बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत अब तक किसानों को 29 हजार 599 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है।
धान के साथ-साथ कस्टम मीलिंग के लिए तेजी से धान का उठाव किया जा रहा है। अभी तक 110 लाख मिलियन टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओरिलीज़ किया गया है। जिसके लिए 87 लाख टन से अधिक धान का उठाव हो चुका है। धान की मात्रा 31 जनवरी 2025 तक।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों के लिए विपणन विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय प्रौद्योगिकी की सुविधा ऑनलाइन एप (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन लांच 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा तिथि का चयन कर धान का मूल्य निर्धारित कर सकते हैं।
इस वर्ष के लिए राज्य सरकार द्वारा 27.78 लाख किसानों को नामांकित किया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल हैं। इस वर्ष 2739 उपार्जन के माध्यम से 160 लाख टन धान की दुकान स्थापित है।
राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य के तहत 24 जनवरी को 30 हजार 762 किसानों से 1.41 लाख टन धान की मांग की गई है। इसके लिए 58 हजार 997 टोकन जारी किए गए थे।