
रायपुर। छत्तीसगढ़ कैडर के 1998 के बैच के अपराधी अधिकारी अमित कुमार को उनकी विशिष्ट और अनुकरणीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा प्रदान किया गया। अमित कुमार ने अपने इतिहास में जिस निष्ठा और विरासत से काम किया है, वह व्यवस्था और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने का एक आदर्श उदाहरण है।
सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (सीबीआई) में 12 साल तक के अपने एसईके पर काम किया, जहां उन्होंने पुलिस अधीक्षक (एसपी), उप महानिरीक्षक (डीआईटीजी) और संयुक्त निदेशक (पोलिसी) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। उनकी पत्रिका में नीतिगत सुधारों और एजेंसी के साक्ष्यों में वृद्धि के बारे में याद किया जाता है।
छत्तीसगढ़ में अमित कुमार ने प्रभावित तटीय क्षेत्र और दुर्ग-रायपुर जैसे शहरी क्षेत्र में कानून व्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उनकी विशिष्ट सोच और नेतृत्व ने न सिर्फ अवैध कब्जे पर रोक लगाने में मदद की, बल्कि शहरी क्षेत्रों में पुलिसिंग को भी नई दिशा दी।
वर्तमान में अमित कुमार छत्तीसगढ़ पुलिस में अतिरिक्त पुलिस गोदाम (इंटेलिजेंस) के पद पर हैं। जनवरी 2023 में उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई थी।
अमित कुमार छत्तीसगढ़ कैडर के 1998 बैक के फॉलोअर्स हैं। वे मूलतः बिहार राज्य में रहने वाले हैं। बीटेक से फर्स्ट अटेम्प्ट में 98वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक कर फिक्शन बना है। छत्तीसगढ़ में राजधानी और न्यायधानी सहित आधा इंच शेष हिस्से में 12 साल तक अलग-अलग हिस्सों में प्रवेश समझौते में कई महत्वपूर्ण शामिल हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री विल्हेम यादव के चरित्र की जांच करने के लिए डायरेक्टरी की रिपोर्ट करने वाले जेवाइंट डायरेक्टरेट के पद पर भी रह रहे हैं।