डेस्क : दुर्ग जिले के अमलेश्वर क्षेत्र में एक बेरोजगार यदु की हत्या की वारदात को अंजाम देने का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या के चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। यह हत्या एक पूर्व विवाद के रूप में हुई थी, जो कि एक मॉल में शराब के नशे में पैदा हुई उत्तेजना थी। हत्या के मरीज़ों को बेकसूर माना गया, उनकी जान ले ली।
24 दिसंबर 2024 को, अमलेश्वर थाना क्षेत्र के ग्राम पांहदा में एक सोसायटी के पास रोड के किनारे शहीद की मौत हो गई। उसके शरीर पर औपचारिक हथियार के निशान थे, जो यह हत्या का प्रतीक था, किसी गहरे अपमान की बात कही गई थी। पुलिस ने मामले की जांच में आस-पास के साजिंदा लोगों की तलाश की और पाया कि चार संदिग्ध लोग रात करीब 12:15 बजे एक बाइक पर इलाके में घूम रहे थे। इसके बाद पुलिस ने बदमाशों की पहचान की और उन्हें उनके गांव जाइंट से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों में से नवीन सिंघोरे ने बताया कि लोखंडी सिंदोरे ने विक्की और दो अन्य अपराधी साथियों के साथ मिलकर विनोद की हत्या की। बाद में सभी चतुर्थों ने इस अपराध में अपनी भूमिका स्वीकार की।
घटना की पूरी कहानी बताई गई है कि 24 दिसंबर को शराब के नशे में धुत्त पन्हदा के मेले में गए थे, जहां किसी कारणवश दंगा हो गया था। मिश्रित में असिस्टेंस अपने घर में रखे गए और कंसल्टेंसी के सामान पर सामान वापस ले लेता है। इस बार उनके रोबोट और उनके साथ के दो नाबालिग लड़के थे। फ्री-फायर गेम को लेकर विवाद खड़ा हो गया, जिसमें न्यू ने वुल्फ आर्किटेक्ट्स और वॉयलेट को गनप में घोंप दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
यह घटना एक भयानक उदाहरण है कि कैसे छोटी सी बात और नशे में इंसान की जान भी जा सकती है। पुलिस ने डॉक्टर से चाकू और बाइक जब्त कर ली है और मामले की जांच जारी है।