रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव के निर्देशन में प्रदेश के किसानों से असुविधाजनक धान की समस्या की जा रही है। वहीं धान व्यवस्था व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार नियुक्ति की जा रही है। राज्य में 14 मार्च से शुरू हुई धान अलैहिस्सलाम की नीलामी के रूप में जारी है। अब तक लगभग 97.60 लाख टन टन धान की बिक्री हो चुकी है। धान के कागजात में 19.34 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 21 हजार 040 करोड़ का भुगतान किया गया है। धान का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों के लिए विपणन विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय प्रौद्योगिकी की सुविधा ऑनलाइन एप (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन लांच 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा के अनुसार तिथि का चयन कर धान का मूल्य निर्धारित कर सकते हैं।
धान के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए लगभग 65.80 लाख टन धान का डीओ और टीओ जारी किया गया है, जबकि अब तक 39 लाख टन टन धान का उठाव किया जा चुका है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों को नामांकित किया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल हैं। इस वर्ष 2739 उपार्जन के माध्यम से 160 लाख टन धान की दुकान स्थापित है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 03 जनवरी 2025 को 66392 किसानों से 3.25 लाख टन टन धान की वसूली की गई है। इसके लिए 83 हजार 299 टोकन जारी किए गए थे।